मुजफ्फरनगर 26 अक्टूबर प्राप्त समाचार के अनुसार मुजफ्फरनगर जनपद के अत्यंत ही कर्मठ योग्य एवं अनुभवी निर्भीक एवं निडर युवा कप्तान श्री अभिषेक यादव ने आज विधिवत रूप से उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण योजना यूपी पुलिस की जबरदस्त कार्यप्रणाली का प्रतीक एकीकृत आपात सेवा 112 को हरी झंडी देकर शुरू कर दिया है यह शुरुआत अन्य जनपदों की भांति मुजफ्फरनगर से भी की गई है इस अवसर पर पत्रकारों को एवं गणमान्य नागरिकों को संबोधित करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक यादव ने बताया कि पूरे उत्तर प्रदेश में प्रदेश वासियों को तत्काल सहायता प्रदान करने के लिये सरकार द्वारा इमर्जेंसी नंम्बर आवन्टित किये गये हैं जिसमें मुख्यत: पुलिस सहायता हेतु पूर्व में पुलिस (100) आवन्टित किया गया जिस पर वर्ष 2016 से उत्तर प्रदेश पुलिस समस्त उत्तर प्रदेश में 100 नम्बर पर मिल रही शिकायतों पर तत्काल पहुंचकर पीडित को मदद देने कार्य कर रही थी।
श्री अभिषेक यादव ने बताया कि दिनांक 26.10.2019 से पुलिस आपात कालीन हेल्पलाइन 100-नम्बर को 112 नम्बर में परिवर्तित कर दिया गया है, जिसमें 112 नम्बर की आपातकालीन सेवायें मुख्यत: निम्नवत हैं-
*1-112 नम्बर डायल* करने पर प्रदेशवासियों को आकस्मिक पुलिस आपातकालीन सहायता प्रदान की जायेगी।
*2-112 नम्बर डायल* करने पर प्रदेशवासियों को फायर सर्विस पुलिस बल सहायता प्रदान की जायेगी।
*3-112 नम्बर डायल* करने पर प्रदेशवासियों को महिला की सुरक्षा हेतु सहायता प्रदान की जायेगी।
*4-112 नम्बर डायल* करने पर प्रदेशवासियों को दुर्घटना होने पर तत्काल सहायता प्रदान की जायेगी।
up-100 जिस कार्य को वर्ष 2016 से समस्त उत्तर प्रदेश में बड़ी मेहनत लगन के साथ अंजाम दे रहा था अब उसी कार्य को 112 नंबर के द्वारा प्रचलित किया जायेगा, 112 नंबर पर मोबाइल कॉल, मैसेज, Twitter, facebook, E-Mail, whatsapp & SOS App के द्वारा भी आपात स्थिति में सहायता ली जा सकेगी तथा पुलिस द्वारा पीड़ित/कौलर को तुरंत आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जायेगी, जिसके लिए राज्य सरकार द्वारा शहरी क्षेत्र में 10 मिनट तथा देहात क्षेत्र में 15 मिनट अधिकांश समय निश्चित किया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुजफ्फर नगर श्री अभिषेक यादव ने आगे बताया कि
*पुलिस हेल्पलाइन 100 नम्बर को 112 नम्बर में परिवर्तित किये जाने से प्रत्येक नागरिक की कौल पर अविलम्ब सहायता उपलब्ध होने के साथ-साथ सूचित प्रकरण को विधिक निष्कर्ष तक पहुंचाया जायेगा।
*112 हेल्पलाइन नंबर के कार्यों का विवरण देते हुए श्री अभिषेक यादव ने बताया कि
इस सुविधा पर पूर्व की भांति पुलिस बल द्वारा कम से कम समय में पीड़ित/कौलर को तुरंत आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जाती है जो मुख्यत: है-
1-झगड़े होने पर
2-जाम लगने पर
3-आग लगने पर
3-दुर्घटना होने पर
4-प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करने हेतु
अग्रिम कार्यवाही के लिए संबंधित विभाग/कार्यालय को सुपुर्द करना तथा जनसेवा के आधार पर पुलिस विभाग की छवि को जनता में अच्छी बनाने का प्रयास करना, इसी आधार पर जनपद मुजफ्फरनगर up 100 के क्रियाशील होने के बाद वर्ष-2017 में 03 स्थान व वर्ष 2018-2019 में प्रथम स्थान प्राप्त किया हुआ है तथा भविष्य में भी इसी प्रकार का कार्य करते हुए पेज सिस्टर पर गुणवत्ता बनाए रखने हेतु प्रयासरत रहेंगे।
अगर फेक कॉल किया तो?
*112 एक इमर्जेंसी नबंर है और सिर्फ इमर्जेंसी के लिए ही इस्तेमाल होना चाहिए. अगर कोई इस नंबर पर फेक कॉल करता है या फिर बिना किसी मतलब बार-बार डायल करता है तो इसे एक तरह का जुर्म माना जाएगा. 112 का गलत इस्तेमाल करने वाले को पुलिस ट्रैक करेगी और निर्धारित सज़ा भी दी जाएगी. पुलिस इमर्जेंसी कॉल सेंटर से डेटा लेकर कॉलर को आसानी से ट्रैक कर सकती है ।*
एसएसपी ने बताया कि
*हेल्पलाइन नंबर 100 से 112 नंबर में क्यों परिवर्तित किया गया?*
युवा कप्तान श्री अभिषेक यादव का कहना है कि
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हेल्पलाइन नंबर-911 व 112 हेल्पलाइन पुलिस आपात सेवा भारत सरकार से संयुक्त राष्ट्र संघ ने पुलिस आपात सेवा के लिए पूरे भारत देश में एक हेल्प लाइन प्रदान करने की आशा की ताकि विदेशी लोग भी इस सुबिधा का देश की जनता के साथ-साथ भारत भ्रमण के समय उपयोग कर सके, भारत सरकार ने एक हेल्प लाइन नंबर-112 चुना है जो चरण वद्ध स्तर से up-100 से 112 में पूरे देश में किया जाना है, उत्तर प्रदेश सरकार ने इस प्रक्रिया को दिनांक 26 10 2019 से पूरे देश में लागू करने की घोषणा की है। अभी कुछ माह तक के 100 नंबर पर भी कौल करने पर 112 नंबर पर मिलेगी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक यादव ने कहा कि
*112 ही क्यों?*
112 नंबर दरअसल न सिर्फ भारत का बल्कि पूरी दुनिया का इमर्जेंसी नंबर बन सकता है. सभी GSM स्टैंडर्ड और GSM आधारित मोबाइल फोन 112 लॉक मोड में भी डायल कर सकते हैं. कुछ देशों में तो अगर सिम कार्ड नहीं है तो भी मोबाइल फोन से इस नंबर पर कम्युनिकेट किया जा सकता है.
जैसे ही 112 पर कॉल किया जाएगा वैसे ही पुलिस ये कॉल देखेगी और तुरंत एक्शन लेगी. कॉल डिस्ट्रिक्ट कमांड सेंटर द्वारा रिसीव की जाएगी और तुरंत ही इमर्जेंसी गाड़ियां भेज दी जाएगी
*हेल्पलाइन नंबर 100 से 112 नंबर में क्यों परिवर्तित किया गया?*
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हेल्पलाइन नंबर-911 व 112 हेल्पलाइन पुलिस आपात सेवा भारत सरकार से संयुक्त राष्ट्र संघ ने पुलिस आपात सेवा के लिए पूरे भारत देश में एक हेल्प लाइन प्रदान करने की आशा की ताकि विदेशी लोग भी इस सुबिधा का देश की जनता के साथ-साथ भारत भ्रमण के समय उपयोग कर सके, भारत सरकार ने एक हेल्प लाइन नंबर-112 चुना है जो चरण वद्ध स्तर से up-100 से 112 में पूरे देश में किया जाना है, उत्तर प्रदेश सरकार ने इस प्रक्रिया को दिनांक 26 10 2019 से पूरे देश में लागू करने की घोषणा की है। अभी कुछ माह तक के 100 नंबर पर भी कौल करने पर 112 नंबर पर मिलेगी। इस अवसर पर बड़ी संख्या में शहर के गणमान्य नागरिक आम जनमानस एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारी गण एवं कर्मचारी गण मौजूद रहे सभी ने इस बात की प्रशंसा की की एकीकृत आपात सेवा 112 के बारे में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक यादव ने अत्यंत ही विस्तार के साथ बताया है जो आसानी से सभी के समझ में भी आ गया है अंत में युवा कप्तान श्री अभिषेक यादव ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया एवं इस सेवा से संबंधित अन्य बहुत सारे दिशा निर्देश भी जारी किए