यूपी पुलिस ने 25 हजार होमगार्ड की सेवाएं लेने से किया इंकार, एक झटके में हुए बेरोजगार* होम गार्डों ने कटोरा हाथ में लेकर मुजफ्फरनगर में किया प्रदर्शन दिया ज्ञापन


लखनऊ 15 अक्टूबर प्राप्त समाचार के अनुसार
यूपी पुलिस अभी तक सूबे में कानून व्यवस्था को कायम रखने के लिए होमगार्ड्स के जवानों की मदद ले रहा था। लेकिन अब यूपी पुलिस ने 25 हजार जवानों की सेवाएं लेने से इंकार कर दिया है। पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के होमगार्ड्स के वेतन को लेकर एक आदेश दिया था। अपने इस आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने होमगार्ड के जवानों का दैनिक वेतन यूपी पुलिस के सिपाही के बराबर देने को कहा था। इस आदेश के बाद होमगार्ड के जवानों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद थी। लेकिन पुलिस महकमे के इस फैसले से अब उन्हें मायूसी हाथ लगी है।


दरअसल, यूपी पुलिस अब तक सूबे में कानून व्यवस्था को कायम रखने के लिए होमगार्ड्स के जवानों की मदद ले रहा था, लेकिन अब यूपी पुलिस ने 25 हजार जवानों की सेवाएं लेने से इनकार कर दिया है। एडीजी पुलिस मुख्यालय वीपी जोगदंड ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है, इस आदेश में कहा गया है कि कानून-व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस विभाग में रिक्तियों के सापेक्ष 25 हजार होमगार्ड की ड्यूटी लगाई गई थी। 28 अगस्त को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस ड्यूटी को समाप्त करने का निर्णय लिया गया था। इसी क्रम में शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय प्रयागराज की ओर से जारी आदेश में होमगार्ड की तैनाती तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई है.
दरअसल, कहा जा रहा है कि पुलिस के सिपाही के बराबर दैनिक वेतन देने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद प्रदेश में होमगार्ड का वेतन 500 रुपए से बढ़कर 672 रुपए हो गया था. इसका सीधा प्रभाव पुलिस के बजट पर पड़ रहा था. इसी को देखते हुए यह निर्णय लिया गया।


बता दें मौजूदा स्थिति में होमगार्ड के वेतन का भुगतान उनकी लगने वाली ड्यूटी के आधार पर ही किया जाता है, यानी उनकी कोई फिक्स तनख्वाह नहीं है. अब तक ड्यूटी रोटेशन के तहत एक जवान को कम से कम 25 दिन की ड्यूटी लगती थी, लेकिन अब एक होमगार्ड को महीने में अधिकतम 15 दिन की ही ड्यूटी मिल पाएगी. अगर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद एक होमगार्ड की 25 दिन की ड्यूटी लगती तो 672 रुपए दैनिक के तौर पर उसे 16,800 रुपए महीने वेतन मिलता जो कि मौजूदा 12,500 रुपए से ज्यादा था. लेकिन, अब एक होमगार्ड की अधिकतम ड्यूटी 15 दिन की ही होगी, लिहाजा 672 रुपए दैनिक वेतन के अनुसार उन्‍हें महज 10,080 रुपए ही मिलेंगे।


गौरतलब है कि एक साल पहले गृहविभाग ने पुलिस के रिक्त पदों के स्थान पर 25 हजार होमगार्ड की तैनाती की थी, अब उनकी सेवाएं समाप्त करने का आदेश जारी किया गया है. यह निर्णय सुप्रीम कोर्ट के आदेश से गड़बड़ाए बजट को संतुलित करने के लिए लिया गया है, वर्तमान में प्रदेश में एक लाख 18 हजार होमगार्ड के पद हैं, इनमें से 19 हजार पद रिक्त हैं, पिछले महीने तक 92 हजार होमगार्ड की ड्यूटी लगाई जा रही थी, जबकि उपलब्ध होमगार्ड की संख्या 99 हजार थी।


*डीजीपी ने कहा- बेरोजगार नहीं किया*


डीजीपी ओपी सिंह ने जवानों की सेवाओं को समाप्त करने पर कहा कि होमगार्ड हमारी सुरक्षा व्यवस्था का मजबूत स्तंभ है, वे किसी भी मायने में हमारे पुलिस के जवानों से कम नहीं हैं, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उनका दैनिक वेतन बढ़कर 672 रुपए कर दिया गया, दुर्भाग्यवश ऐसी स्थिति पैदा हुई कि हम फिलहाल ये मानदेय देने में असमर्थ हैं। जिसकी वजह से 25 हजार जवानों को सेवाओं से हटा दिया गया है, उन्हें बेरोजगार नहीं किया गया है, अस्थायी रूप से उनकी सेवाएं हटा दी गई हैं, आने वाले समय में फिर से उनकी तैनाती पर विचार किया जाएगा।।


 वहीं दूसरी ओर  इस प्रकार की सूचना मिलते ही जनपद मुजफ्फरनगर में तैनात होमगार्डों का छलका दर्द हाथों में कटोरा लिए पहुंचे जिला कलेक्ट्रेट*! मुख्यमन्त्री के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन देने के लिए बैठे धरना प्रदर्शन पर।
उत्तर प्रदेश में जहां  एक ही झटके में 25 हजार होमगार्ड बेरोजगार हो गए हैं। 
जिसके चलते पुलिस विभाग ने बजट का हवाला देते हुए 25 हजार होमगार्ड जवानों की ड्यूटी समाप्त करने का निर्णय लिया है। 
जिसमे यूपी के जनपद मु0 नगर से भी भारी संख्या में होमगार्डों की डियूटी समाप्त कर दी गई है ।
जिससे क्षुबद्ध होकर जनपद भर के होमगार्डों में भारी रोष पनप गया और उन्होंने अपना दुखड़ा मुख्यमन्त्री को सुनाये जाने के लिए हाथों में कटोरा लिए जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर धरना प्रदर्शन करते हुए जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमन्त्री के नाम एक ज्ञापन देने हेतु धरना प्रदर्शन किया ।
इस धरना प्रदर्शन पर  भारतीय किसान यूनियन के रास्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत भी अपने पदाधिकारियों एंव कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे और धरनारत होमगार्डों को आश्वासन दिया की उनके साथ यूनियन कंधे से कन्धा मिलाकर खड़ी है जहां भी यूनियन की जरूरत पड़े तुरन्त बताएं हम सब आप के साथ है


Popular posts
आगरा के डीएम और एसएसपी ने सीमावर्ती क्षेत्रों भीतरी क्षेत्रों एवं हॉटस्पॉट इलाकों का भ्रमण कर लोक डाउन की समीक्षा कर दिए दिशा निर्देश.
Image
बेटे के जिले का पुलिस मुखिया होने के बावजूद एसएसपी अभिषेक यादव के माता पिता गुड़गांव में स्वयं ही खाना बनाकर खा रहे
Image
जिलाधिकारी श्री महेंद्र और पुलिस अधीक्षक श्री अजय कुमार पांडे के जबरदस्त परिश्रम सावधानी लोक डाउन के शत-प्रतिशत पालन के कारण जनपद मैनपुरी कोरोना मुक्त जिला घोषित चारों ओर हो रही प्रशंसा मिल रही बधाइयां
Image
एलडीएम  अमित बुंदेला  के  नेतृत्व में पूरे जनपद के सभी बैंकों में सोशल डिस्टेंस का किया जा रहा है पालन
Image
अंधकार मैं जीवन यापन कर रहे सपेरा समाज में रोशनी की किरण बनकर उभरता युवा आर्टिस्ट दीपक सपेरा
Image