लखनऊ 30 दिसंबर प्राप्त समाचार के अनुसार प्रियंका गांधी ने कहा कि हिंसा और तोड़फोड़ करने वाले कौन लोग हैं और इसके पीछे कौन है? इसकी जांच किसी रिटायर्ड जज से करवाई जाए। आम लोगों को नोटिस भेजकर उनसे वसूली करना उनका उत्पीड़न है। जब तक अराजकता और तोड़फोड़ करने वालों की पहचान न हो जाए तब तक लोगों को परेशान न किया जाए।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को बदले की भावना से काम नहीं करना चाहिए। प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ हिंसा का प्रयोग नहीं करना चाहिए। नागरिकता संशोधन कानून देश की आत्मा के खिलाफ है। हम इसका विरोध करते हैं।
वहीं, एनआरसी पर उन्होंने कहा कि यह देश की जनता को परेशान करने के लिए लाया गया है। जिस तरह नोटबंदी के दौरान लोग परेशान हुए वैसे ही फिर से परेशान होंगे। गांव में जिन गरीबों के पास दस्तावेज नही हैं। वो कहां से प्रमाण देंगे...? शहरों में मजदूरी करने वाले लोग कहां से 1970 का टेलीफोन बिल लेकर आएंगे? उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सभी मुख्यमंत्रियों ने एनआरसी का विरोध किया है। हम इसे नहीं लागू करेंगे।
'मेरी सुरक्षा कोई मुद्दा नहीं'
प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपनी सुरक्षा के संबंध में सीआरपीएफ द्वारा जारी किए गए बयान पर कुछ भी बात नहीं की और कहा कि प्रदेश में इतने बड़े मुद्दे हैं। उन पर बात होनी चाहिए। मेरी सुरक्षा कोई मुद्दा नहीं है।